मन की बात आओ बैठो कुछ देर, बातें करें मन की कुछ 'तुम' कहो कुछ 'मैं' भी जो कहा नहीं...
Read moreस्त्री पृथ्वी है 1. आसान कहां किसी सूरज के प्रेम में पृथ्वी हो जाना न चुम्बन, न आलिंगन न धड़कनों...
Read more1. एक रंग अपना रखना उसने अपनी मुट्ठी में हजारों रंग समेटे थे एक रंग मायके का दुजा ससुराल का...
Read more1. हर रात की सुबह होती है एक लंबे युग तक स्त्रियों की दुनिया ऊँची दीवारों और मोटे काले परदों...
Read more1. विज्ञान की जड़ें उग आई है मेरे मस्तिष्क में, हर बात क्रमबद्ध, सुव्यवस्थित तलाशता हूँ। चाहे फिर वो मोहब्ब्त...
Read moreसंवेदना बिछड़ा जब भी कोई अपना तो मैंने उसे किसी बीज की तरह सहेज लिया अपनी क्यारियों में जब भी...
Read moreहम सबके पास एक खिड़की है... जिसके पास नहीं, उससे दरिद्र कोई नहीं खिड़की ईश्वर की ऊँगली है, जिसके इशारे...
Read moreसुई थोड़ी मुश्किल से सज्ज होती हैं उँगलियाँ बटन वाली छोटी सुई पर चुभ जाए सहसा तो दर्द होगा रक्त...
Read more1). आँख️ 1. सिर्फ और सिर्फ देखने के लिए नहीं होती है आँख फिर भी देखो तो ऐसे जैसे देखता...
Read more1. किताबें बंद किताबें रहती हैं जितनी खामोश ये खुलकर करती हैं उतना ही ज्यादा शोर! ------------------ 2. पतंगें आकाश...
Read more1. आगमन जिस वक्त द्वार खटखटाया गया भीतर उसके एक मद्धिम दीया जल रहा था द्वार खोलकर देखा तो बाहर...
Read more1. जेएनयू हाल में किसी ने पूछा क्या आप जेएनयू से हैं? समझ नहीं आया क्या जवाब दूॅं जाने किसकी...
Read more1. राहतकाल गिलहरियाँ अपने कोटरों से निकलकर किटकिट करती अमरूद औ आम के पेड़ों पर धमाचौकड़ी मचाती औंचक हो खेल...
Read more1. ख़तरा उन्हें ख़तरा नहीं है भीड़ से वे जानते हैं भीड़ को हाँकना मनचाही दिशा में, वे जानते हैं...
Read more1. न जाने कितनी आत्मजनित भावनाओं का कौमार्य भंग हुआ जब स्वतंत्रता दी मैंने शब्दों को उन्हें छूने की केवल...
Read more1. वृक्ष का धैर्य टूटता है वृक्ष का धैर्य टूटता है, हवा गिद्ध की तरह झपटती है उस पर वह...
Read more(1.) प्रेम में अक़्सर छली जाती हैं लड़कियाँ (ग़ज़ल) प्रेम में अक़्सर ही तो छली जाती हैं लड़कियाँ, होती हैं...
Read more(01.) उदासी की उंगली थाम खुशी की तलाश में ये संभव है कि उदास होने के हज़ार बहाने हो हमारे...
Read more1. याचिका वो चाहता है कम से कम हों दीवारघड़ियां, अलार्मघड़ियां और हाथघड़ियां सिर्फ जरूरत भर हों घड़ियां और उनसे...
Read more(1.) पहाड़ी औरतें पहाड़ी औरतें! नज़दीक ब्याही गयीं मगर दूर रहीं ताउम्र वह पार करती रहीं जिंदगी के उतार-चढ़ाव टेढ़े-मेढ़े...
Read more(1.) शिकारी शहर शहर शिकारी हो गया है मारता है झपट्टा और लील जाता है गांव गीरान के लड़के कि...
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