मृदुला सिन्हा जी का जन्मदिन और ममत्व की छाँव में भीगता मन!’
"आपका चले जाना इस दुनिया के लिए होगा, लेखन संसार और मेरे लिए कतई भी नहीं!" 18 नवंबर, 2020 को...
राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय, अजमेर से पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त। ‘कलम करे अभिषेक’ (कविता संग्रह), अर्चना प्रकाशन, मोनोग्राफ-'डॉ. बद्रीप्रसाद पंचोली', राजस्थान साहित्य अकादमी,'लोक और वेद' (संपादित), अनामिका प्रकाशन एवं'सहजता की भव्यता' (सम्पादन सहयोग), प्रभात प्रकाशन सहित अनेक पुस्तकें प्रकाशित। वर्तमान में मिज़ोरम विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय), आइजॉल, मिज़ोरम के हिन्दी विभाग में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत।
"आपका चले जाना इस दुनिया के लिए होगा, लेखन संसार और मेरे लिए कतई भी नहीं!" 18 नवंबर, 2020 को...
(1) यह बहुत बार होगा यह बहुत बार होगा जो आप सोचते हैं वह जरूरी नहीं कि पूरा ही हो...
एक तरफ है उपन्यास सम्राट और कथा सम्राट प्रेमचंद की कालजयी कृति ‘गोदान‘ उपन्यास की कथा। तो दूसरी तरफ है...
© 2024 साहित्यिकी.