अनिला राखेचा की पाँच कविताएँ
1. मेरी बातें कफन मत पहनाना अभी, दफन नहीं होना चाहती मेरी बातें... जीनी है उसे तुम संग जाने, कितने...
कवयित्री
कोलकाता।
1. मेरी बातें कफन मत पहनाना अभी, दफन नहीं होना चाहती मेरी बातें... जीनी है उसे तुम संग जाने, कितने...
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