दिव्या श्री की क्षणिकाऍं
समझदार हैं बच्चे जिन्हें नहीं आता पढ़ना क, ख, ग हम सब पढ़कर कितने बेवकूफ़ बन चुके? यह समय और...
जन्मस्थान: बेगूसराय।
साहित्यिक उपलब्धि: साझा काव्य संग्रह 'नीलांबरा' और वागर्थ पत्रिका में कविता प्रकाशित।
वेब पत्रिका: हिंदीनामा, कारवां, तीखर, युवा प्रवर्तक।
संप्रति: शिक्षा, लेखन।
समझदार हैं बच्चे जिन्हें नहीं आता पढ़ना क, ख, ग हम सब पढ़कर कितने बेवकूफ़ बन चुके? यह समय और...
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