ये हुनरबाज!
चोरी करना होता होगा एक जमाने में पाप! आज चोरी करना एक कला है, सयानापन है, सफलता की कुंजी है...
विभिन्न साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में हास्य व्यंग्य, वैचारिक लेख और वार्ताएं निरंतर प्रकाशित। दिल्ली आकाशवाणी से निरंतर हास्य वार्ताएं प्रसारित। बस इतना सा ख्वाब है- हास्य व्यंग्य प्रकाशित। विचारों की धूप में- निबंध संग्रह प्रकाशित। 7 पुस्तकों का संपादन।
संप्रति, दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत।
चोरी करना होता होगा एक जमाने में पाप! आज चोरी करना एक कला है, सयानापन है, सफलता की कुंजी है...
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