प्रियंका मिश्रा की चार कविताएँ
1. गीत जो लिखा रहे हैं मेरे ये हठीले नैन नैन चाहते...
कॉलेज के दिनों से ही अभिनय और साहित्य के अभिन्न संगम को सहेजे हुए डॉ. प्रियंका मिश्रा वर्तमान में युवा कवयित्री, कहानीकार, आलोचक और कलाकार के रूप में सक्रिय हैं। इनकी अनेक रचनाएं हिंदी की विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं। इन्होने अनेक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में प्रपत्र वाचन के साथ-साथ उनमें सक्रिय भागीदारी भी निभाई है। इन्हें अभिनय और साहित्य के क्षेत्र में अनेक पुरस्कार और मान प्राप्ति हुई। इनके द्वारा 3 पुस्तकों का संपादन भी किया गया।
वर्तमान में डॉ. प्रियंका मिश्रा दिल्ली विश्वविद्यालय के सत्यवती कॉलेज (सांध्य) के हिंदी विभाग में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर के पद पर कार्यरत हैं।
1. गीत जो लिखा रहे हैं मेरे ये हठीले नैन नैन चाहते...
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