मालिनी गौतम की दस कविताऍं
1. ख़तरा उन्हें ख़तरा नहीं है भीड़ से वे जानते हैं भीड़ को हाँकना मनचाही दिशा में, वे जानते हैं...
जन्म : 20 फरवरी, 1972 को मध्यप्रदेश के आदिवासी अंचल झाबुआ में।
शिक्षा : एम.ए., पीएच.डी.(अंग्रेजी)
कृतियाँ : (1) बूँद बूँद अहसास- 2013 में अयन प्रकाशन दिल्ली से (कविता संग्रह, गुजरात साहित्य अकादमी के सहयोग से)
(2.) दर्द का कारवाँ-2014 में पहले पहल प्रकाशन भोपाल से (ग़ज़ल-संग्रह)
(3.) एक नदी जामुनी-सी-2016 में बोधि प्रकाशन जयपुर से (कविता-संग्रह)
(4.) चिल्लर सरीखे दिन-2017 में बोधि प्रकाशन जयपुर से (नवगीत संग्रह)
गुजराती, अंग्रेजी, मराठी, मलियालम, उर्दू, नेपाली, पंजाबी, बांग्ला आदि भाषाओं में कविताओं का अनुवाद प्रकाशित।
सम्मान :
(1.) परम्परा ऋतुराज सम्मान-2015, दिल्ली ( कविता संग्रह एक नदी जामुनी-सी की पांडुलिपि पर)
(2.) गुजरात साहित्य अकादमी पुरस्कार-2016 (कविता संग्रह एक नदी जामुनी-सी पर)
(3.) वागीश्वरी पुरस्कार- 2017, मध्यप्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन भोपाल (संग्रह चिल्लर सरीखे दिन पर)
(4.) गुजरात साहित्य अकादमी पुरस्कार-2017( चिल्लर सरीखे दिन पर)
(5.) जनकवि मुकुटबिहारी सरोज स्मृति सम्मान-2019, ग्वालियर
अनुवाद :
(1.) समकालीन गुजराती कथाकारों की कहानियों का अनुवाद एवं लगभग सभी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में प्रकाशन
(2.) गुजराती दलित कविताओं का निरन्तर अनुवाद एवं प्रकाशन
संप्रति : एसोसिएट प्रोफेसर (अंग्रेजी), कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय,
संतरामपुर-389260, जिला- महीसागर (गुजरात)
1. ख़तरा उन्हें ख़तरा नहीं है भीड़ से वे जानते हैं भीड़ को हाँकना मनचाही दिशा में, वे जानते हैं...
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