कहानी—तेतर
तेतर दास को मैं बचपन से ही देख रहा था. कभी नदी किनारे की गाछी (बाग) में आम तोड़ते हुए...
22 जुलाई 1952 को बिहार के शाहपुर पटोरी, समस्तीपुर में जन्मे श्री प्रभास चंद्र तिवारी समाजसेवी व स्पोर्ट्समैन रहे हैं। आरम्भ से साहित्य में रुचि रखने वाले प्रभासजी का लेखन के साथ ही कवि सम्मलेनों के आयोजनों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में साहित्य की परंपरा को बनाए रखने का प्रयास भी रहा है।
तेतर दास को मैं बचपन से ही देख रहा था. कभी नदी किनारे की गाछी (बाग) में आम तोड़ते हुए...
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