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Author:
डॉ. स्मृति आनंद
उठने लगी गंध जिंदा लोगों की लाशों से
डॉ. स्मृति आनंद
—
October 1, 2020
in
कविता
और एक दिन उठने लगी गंध जिंदा लोगों की लाशों से। एक उन्मत्त घोड़े ने रौंद डाली थी, पूरी कौम…
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