वागीश शुक्ल कृत प्रतिदर्श : भारत केंद्रित समकालीन आलोचकीय दृष्टि संपन्न निबंध-संग्रह
पुस्तक: प्रतिदर्श: कुछ निबंध (निबंध-संग्रह); लेखक: वागीश शुक्ल; प्रकाशक: सेतु प्रकाशन प्रा. लि., दिल्ली; वर्ष: २०२१; पृष्ठ: ५६० (सजिल्द); मूल्य:...
नाम: वेद मित्र शुक्ल, जन्म: 2 नवम्बर 1980 (बहराइच, उ.प्र.), शिक्षा: एम.फिल., पीएच. डी. (जे.एन.यू.), सृजन: जारी अपना सफ़र रहा (ग़ज़ल संग्रह), रामदरश मिश्र की लम्बी कविताएँ (संपा.), बापू से सीखें (बालकविता संग्रह)। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में ग़ज़लें, कविता, कहानी, संस्मरण, शोधपत्र, आलेख, अनुवाद आदि प्रकाशित।, सम्मान: हिन्दी अकादमी, दिल्ली के प्रकाशन योजना-2018-19 के अंतर्गत सम्मानित| विशेष रुचि: भारतीय लोक वाद्ययंत्र वंशी व तबले में संगीत प्रभाकर। संप्रति: असिस्टेंट प्रोफ़ेसर, अंग्रेजी विभाग, राजधानी महाविद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय), राजा गार्डन, नई दिल्ली-110015, मोब.: 9953458727, 9599798727; ईमेल: vedmitra.s@gmail.com
पुस्तक: प्रतिदर्श: कुछ निबंध (निबंध-संग्रह); लेखक: वागीश शुक्ल; प्रकाशक: सेतु प्रकाशन प्रा. लि., दिल्ली; वर्ष: २०२१; पृष्ठ: ५६० (सजिल्द); मूल्य:...
रामलीला में राम का वेश धरे सुरेश्वर रावणसे लड़ तो रहा था, मगर,अपने अभिनय में जान नहीं फूँक पा रहा...
पुस्तक ‘जारी अपना सफ़र रहा’ का लोकार्पण हुआ अप्रैल 7, 2019. वरिष्ठ साहित्यकार रामदरश मिश्र के आवास पर हिंदी अकादमी...
1. दामन नहीं भिगोया होगा, पर, अन्दर से रोया होगा। पहुँचे आज बुलंदी पर जो, सोचो क्या-क्या खोया होगा। आज...
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