कहानी- ‘बातशाला’
शालिनी का आज दफ्तर में पहला दिन था। सुबह से काम कुछ न किया था, बस परिचय का दौर ही...
शैक्षणिक योग्यता बी.कॉम, एमबीए , मॉन्टेसरी डिप्लोमा, जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातकोत्तर डिप्लोमा है।
शिवानीजी पिछले लगभग सात वर्षों से 'शिवानी जयपुर' के नाम से लेखन में सक्रिय हैं। इनकी कविताएँ, कहानियाँ, लघुकथा और समसामयिक विषयों पर लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में न केवल प्रकाशित होते रहते हैं बल्कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत भी हुए हैं।
रेडियो कॉम्पीयर के रूप में पिछले तीस वर्षों से सक्रिय हैं और अब दूरदर्शन से भी जुड़ी हुई हैं।
अजमेर पोएट्री क्लब (APC) की संस्थापक सदस्य और सहयोग सेतु (NGO) की अध्यक्ष हैं।
शालिनी का आज दफ्तर में पहला दिन था। सुबह से काम कुछ न किया था, बस परिचय का दौर ही...
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