आशीष गौतम ‘बाग़ी’ की पाँच कविताएँ
1. अंगीठी... सुनो प्रिय, फिर एक कविता उतर आई थी, सर्द रातों की ठिठुरन को चीरते हुए, ज़हन में, जिसमें...
शिक्षा : एम.एससी. (पादप शास्त्र)
निवास : हनुमानगढ़, राजस्थान
व्यवसाय : नेहरू मेमोरियल विधि महाविद्यालय में लिपिक।
अनुभव : राजस्थान के दैनिक समाचार-पत्र तेज केसरी एवं भटनेर पोस्ट मासिक पत्रिका में गत पाँच वर्ष से लेखन।
1. अंगीठी... सुनो प्रिय, फिर एक कविता उतर आई थी, सर्द रातों की ठिठुरन को चीरते हुए, ज़हन में, जिसमें...
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