पांच कविताएँ
1. खिलौने अनजाने में भी जब टूट जाते हैं बच्चों से वो रो पड़ते हैं— बिलख पड़ते हैं, वो बड़े...
शोधार्थी, दिल्ली विश्वविद्यालय।
बिहार के पूर्वी चम्पारण के सामान्य से कृषक सह मजदूर परिवार में जन्म। स्नातक और स्नातकोत्तर की शिक्षा भी दिल्ली विश्वविद्यालय से ही। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में समय-समय पर कविताएँ और शोध आलेख प्रकाशित।
1. खिलौने अनजाने में भी जब टूट जाते हैं बच्चों से वो रो पड़ते हैं— बिलख पड़ते हैं, वो बड़े...
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