सीमा गुप्ता की दो कविताएँ
पहचान पशु पक्षी अपनी बोली बोलते हैं प्रेम करते हैं प्रकृति से नदियों के बहते जल में अठखेलियाँ करते हैं...
अंग्रेजी साहित्य एवं राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर, बी.एड., एम.एड.। 'नीलपाखी' कविता संग्रह प्रकाशित।
विभिन्न समाचार-पत्रों एवं राष्ट्रीय व राज्यस्तरीय मासिक साहित्यिक पत्रिकाओं में हिंदी व पंजाबी कविताओं का नियमित प्रकाशन।
पहचान पशु पक्षी अपनी बोली बोलते हैं प्रेम करते हैं प्रकृति से नदियों के बहते जल में अठखेलियाँ करते हैं...
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