ज्ञान चतुर्वेदी के व्यंग्य की विशेषताएँ
ज्ञान चतुर्वेदी अपने व्यंग्य लेखन में जो बेअदबी दिखाते हैं, वह अदबी दुनिया की एक महत्त्वपूर्ण संघटना है। हालाँकि वह...
सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री मनोज श्रीवास्तव (आईएएस, से.नि.) ने हिंदी भाषा में विविध विषयों पर कुल 36 पुस्तकें लिखी हैं। आपकी प्रमुख रचनाओं में पंचशील, शिक्षा में संदर्भ और मूल्य, सुंदरकांड के 18 खंड, शक्ति प्रसंग, गणेश अलग-अलग गणनाएँ, कविता संग्रह मेरी डायरी से, यादों के संदर्भ, पशुपति, स्वरांकित, करान कविताएँ, माँ, हिरण्यगर्भा, क्षितिज को आँगन बुलाते हुए, कुंभ शामिल हैं। रामकिंकर पुरस्कार, इंटरनेशनल वातायन पुरस्कार एवं स्वामी विवेकानंद पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके हैं।
संप्रति: प्रधान संपादक, अक्षरा।
ज्ञान चतुर्वेदी अपने व्यंग्य लेखन में जो बेअदबी दिखाते हैं, वह अदबी दुनिया की एक महत्त्वपूर्ण संघटना है। हालाँकि वह...
© 2024 साहित्यिकी.