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आपका हार्दिक स्वागत है
Author:
नीरज राय
चलो फिर लौट चलते हैं सभी अब गांव ही अपने
नीरज राय
—
October 29, 2020
in
कविता
सुनहरे कल की आंखों में सजाए ख्वाब को अपने, चले आए शहर में छोड़ कर परिवार को अपने। ये सोचा…
1 comment