वंदना गुप्ता की छह कविताएँ
1. सर्द मौसम सर्द मौसम के साथ सर्द हुई संवेदनाओं से कैसे लिखे कोई प्रेमगीत ये उदासी के शोकगीत किसी...
जन्म तिथि : 8-6-1967
शिक्षा : स्नातक (कॉमर्स), भारती कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय।
कविता संग्रह : बदलती सोच के नए अर्थ (हिंदी अकादमी दिल्ली के सौजन्य से), प्रश्नचिन्ह...आखिर क्यों?, कृष्ण से संवाद, गिद्ध गिद्दा कर रहे हैं, भावरस माल्यम, बहुत नचाया यार मेरा, प्रेम नारंगी देह बैंजनी।
कहानी संग्रह : बुरी औरत हूँ मैं।
उपन्यास : अँधेरे का मध्य बिंदु, शिकन के शहर में शरारत, कलर ऑफ़ लव।
समीक्षा संग्रह : सुधा ओम ढींगरा– रचनात्मक दिशाएं, अपने समय से संवाद–(केन्द्रीय हिंदी निदेशालय के सौजन्य से प्रकाशित), इक्कीसवीं सदी और उपन्यास का परिसर (शीघ्र प्रकाश्य)।
इ-कहानी संग्रह : अमर प्रेम व अन्य कहानियाँ।
इ– कविता संग्रह : ये बेहया बेशर्म औरतों का ज़माना है, स्टोरी मिरर ऑनलाइन पोर्टल पर।
सम्मान : शोभना सृजन सम्मान–2012, हिन्दुस्तानी भाषा साहित्य समीक्षा सम्मान–2015, श्रेष्ठ सृजन हेतु ‘आखर आखर सम्मान–2020’, साहित्य सृजन हेतु ‘मानव रत्न अवार्ड–2021’ (नेशनल न्यूज़ कॉज द्वारा), अखिल भारतीय साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था प्रेरणा परिवार द्वारा उत्कृष्ट लेखन हेतु ‘सुभद्रा कुमारी चौहान सम्मान–2021’
1. सर्द मौसम सर्द मौसम के साथ सर्द हुई संवेदनाओं से कैसे लिखे कोई प्रेमगीत ये उदासी के शोकगीत किसी...
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