अन्जू त्रिपाठी की पाँच कविताएँ by अन्जू त्रिपाठी January 12, 2022 1. एक रंग अपना रखना उसने अपनी मुट्ठी में हजारों रंग समेटे थे एक रंग मायके का दुजा ससुराल का...